मेटा डिस्क्रिप्शन क्या है और इसे लिखने के 8 Effective Tips bitcoin4buying

क्या आपको मालूम है की मेटा डिस्क्रिप्शन क्या है (What is meta description in Hindi). हर ब्लॉगर को ये समझना ज़रूरी है की मेटा टैग का इस्तेमाल किस तरह से करना है. मेटा टैग सर्च इंजन अप्टिमिज़ेशन के लिए बहुत इंपॉर्टेंट होते हैं. मेटा टैग के 2 बहुत इंपॉर्टेंट पार्ट्स हैं मेटा  टाइटल और मेटा डिस्क्रिप्शन. इन के बिना सरप के फर्स्ट पेज मे जगह मिलना बहुत मुश्किल टास्क है. और अगर किसी तरह आपने जगह ले भी लिया तो ज़्यादा दिन तक नही रह सकते.

इस पोस्ट मे आप जान जायेंगे की मेटा डिस्क्रिप्शन क्या होता है. मेटा टैग के रूप मे  SEO मे इसका क्या रोल है. इसे लिखने का सही तरीका क्या है. साथ ही मैं आपको मेटा डिस्क्रिप्शन लिखने के 8 एफेक्टिव टिप्स भी बताऊंगा. इन टिप्स का इस्तेमाल कर के आप शानदार मेटा डिस्क्रिप्शन लिख सकेंगे और SERP मे आने के बाद विज़िटर्स को अट्रैक्ट कर ज़्यादा ट्रॅफिक अपने ब्लॉग मे भेज सकेंगे.

इससे पहले की हम मेटा डिस्क्रिप्शन की बात करे मैं आपको पहले मेटा टैग के बारे मे कॉन्सेप्ट क्लियर करना चाहता  हूँ. अगर आप मेटा टैग की मीनिंग समझेंगे तभी आपको इसकी इंपॉर्टेन्स समझ में आ जाएगी.

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2. Meta Description क्या है – What is meta description in Hindi

मेटा टैग क्या है – What is Meta Tag in Hindi

मेटा टैग पेज के कॉंटेंट के बारे मे सर्च इंजन को पूरी इन्फर्मेशन देते हैं. जब आप किसी पेज को रीड करेंगे तो ये बिल्कुल भी नही दिखाई देगा लेकिन ये सर्च इंजन के लिए विज़िबल होते हैं.

मेटा टैग HTML कोड्स होते हैं जो पेज के “Head” सेक्शन मे आड किए जाते हैं. सर्च इंजन को किसी भी पेज की हर जानकारी इन मेटा टैग से ही मिलती है.

मैं आपको इसका एक उदाहरण दिखता हूँ. अगर आप किसी भी पेज को ब्राउज़ करते हैं तो उसके सारे मेटा टैग को देख सकेंगे. बस आपको उस वेबपेज मे अपने माउस का right button क्लिक करना है और व्यू पेज सोर्स पर (View Page Source) पर क्लिक करे.

आपको इसका लुक कुछ इस का तरह का दिखाई देगा.

meta description

यहाँ अगर आप ध्यान से तो आपको हर मेटा टैग नज़र आ जायेंगे.

SEO के लिए मुख्य रूप से 3 तरह के मेटा टैग का इस्तेमाल किया जाता है.

  1. Meta title tag
  2. Robots tag
  3. Meta description tag

इन सभी के बारे शॉर्ट मे आपको मैं थोड़ा बता देता हूँ उसके बाद फिर मेटा डिस्क्रिप्शन के बारे मे डीटेल मे आप को बताऊंगा.

 Meta Title Tag

ब्लॉग टाइटल कैसे लिखे इसके लिए मैने पहले ही एक आर्टिकल लिखा है जिससे आप अपने ब्लॉग पोस्ट के लिए पर्फेक्ट टाइटल लिख कर उसे प्रॉपर्ली SEO ऑप्टिमाइज़ कर सकते हैं. SERP मे जो पहला अट्रैक्शन होता है जो दोनो फॅक्टर्स के लिए इंपॉर्टेंट है सर्च इंजन के लिए और विज़िटर्स के लिए. इससे सर्च इंजन भी हमारे पेज को SERP मे टॉप पर ले जाता है और विज़िटर्स से ज़्यादा ट्रॅफिक मिल जाती है.

Meta Robots Tags

मेटा रोबॉट्स टैग की हेल्प से आप सर्च इंजन को बता सकते हैं की उसे किस पेज को इंडेक्स करना है और किस पेज को इंडेक्स नही करना है. साथ ही ये भी बता सकते  हैं की कौन से लिंक को फॉलो करना और लिंक जूस भी पास करना है.

तो चलिए अब अपने आज के टॉपिक पर आते हैं की मेटा डिस्क्रिप्शन क्या है और क्यू ज़रूरी है और इसे कैसे लिखें?

Meta Description Tag

मेटा डिस्क्रिप्शन भी मेटा टैग का एक पार्ट है जो बहुत इंपॉर्टेंट है. इस मेटा टैग की मदद से आप सर्च इंजन को शॉर्ट मे अपने पोस्ट या आर्टिकल मे क्या लिखा है उसके बारे मे बताते हैं.

SEO के नज़रिए से देखे तो ये लिखना बहुर ज़रूरी है.

इसे अपने हर पोस्ट ओर आर्टिकल मे लिखना ज़रूरी है. इसके बिना SERP मे पोस्ट की वॅल्यू नही होगी क्यूंकि एक तरह से ये इनकंप्लीट अपीयरेन्स होगा.

Meta Description क्या है – What is meta description in Hindi

अगर हम अपनी भाषा हिन्दी मे बात करे तो ये एक मुहावरे मे बिल्कुल फिट बैठता है.

“गागर में सागर भरना”

आपके कॉंटेंट का निचोड़ क्या है वो आपको अपने डिस्क्रिप्शन मे लिखना है. बिल्कुल पर्फेक्ट कॉंटेंट डिस्क्राइबिंग वर्ड्स से मिलकर सेंटेन्स होना चाहिए.

जब आपके पास पूरा कॉंटेंट SEO फ्रेंड्ली ओर पर्फेक्ट्ली लिखा हुआ है और आपके लिए कम्पेटेशन बहुत ज्यादा है तो सबसे पहला टारगेट है गूगल के फर्स्ट पेज पर आना. अपने On Page SEO पर्फेक्ट कर लिया है तो आप फर्स्ट पेज पर रैंक कर लेंगे. लेकिन अब बात है की उस फर्स्ट पेज मे से बाकी पोस्ट को कैसे कॉंपीट करे की ट्रॅफिक ज्यादा से ज्यादा आपके पेज पर ही जाए.

पोस्ट के लिए सिर्फ़ “मेटा  टाइटल” का पर्फेक्ट होना ही काफ़ी नही है. फर्स्ट पेज पर रैंक होने के बावजूद आपके पोस्ट मे ट्रॅफिक नही जा रही है इसका मतलब है की SERP मे आप विज़िटर्स को अट्रैक्ट नही कर पा रहे हैं.

तो फिर अट्रैक्ट करने के लिए अब क्या बाकी रह गया?

मेटा डिस्क्रिप्शन……..?

हाँ इसके बारे मे मैने अभी बताया है की अगर आप गगर मे सागर भरने मे माहिर हैं तो फिर आप ईज़िली हेवी ट्रॅफिक पा सकते हैं. अपने पोस्ट कॉंटेंट से रिलेटेड मेटा डिस्क्रिप्शन को इतना eyecatchy और चार्मिंग लिखे की उस पर लोग जाए बिना ना रह पाए.

पोस्ट के लिए मेटेडेस्क्रिप्शन का क्या महत्व है

बहुत से ब्लॉगर ऐसे भी हैं जो मेटा डिस्क्रिप्शन की इंपॉर्टेन्स नही जानते और उसे लिखते ही नही. ये बहुत बड़ी कमी है की आप इसे नही लिखते. इसका मतलब आप SERP के कम्पेटेशन से ही बाहर हैं. आप इसके बिना रेस मे हैं ही नही .

देखिए फर्स्ट पेज मे पहुँच के भी अगर आप के पोस्ट मे ट्रॅफिक नही जा रही है तो इसके लिए आपको मेटा डिस्क्रिप्शन पर थोड़ा और काम करना होगा. कोई ज़रूरी नही है की आपका पोस्ट 1 नंबर मे रहेगा तभी ज़्यादा क्लिक्स मिलेंगे.

कोई ज़रूरी नही है 100 करोड़. मे बनी मूवी ही सुपेरहिट होती है. कम बजेट की अच्छी फिल्म भी अपने बजेट से कई गुना पैसे कमा लेती है. बस उसका कॉंटेंट और अपीयरेन्स अछा होना चाहिए. यहाँ हमारा कॉंटेंट तो अच्छा है ही लेकिन हम बात कर रहे हैं अच्छे प्रेज़ेंटेशन यानी अपीयरेन्स की.

आपने मेटा डिस्क्रिप्शन जो भी लिखा अगर वो पर्फेक्ट है तो गूगल उसी को सर्च रिज़ल्ट मे शो करेगा. अगर उसे ठीक नही लगा तो गूगल खुद डिसाइड कर लेता है की इस टैग मे दिखना क्या है.

मेटा डिस्क्रिप्शन टैग HTML फॉर्म मे इस तरह से लिख सकते हैं.

Meta description tag html form

<meta name="description" content="your own description here"/>

आप अपने आप को एक बार विज़िटर के जैसा फील करे और गूगल मे ये कीवर्ड सर्च करे “फ़ेसबुक”. इसका मतलब है आप फ़ेसबुक के बारे मे जानना चाहते हैं .

meta description tag

अब आप सर्च रिज़ल्ट्स देखेंगे.

SERP मे आपको मेटा टाइटल मे Facebook – Login or Sign Up  शो हो रहा है.

और मेटा डिस्क्रिप्शन मे “Create an account or log into Facebook. ,Connect with friends, family and other people you know. Share photos and videos, send messages and get updates.”.

अब आप बताए इस उदाहरण से आपको क्या पता चला?

इसका मेटा डिस्क्रिप्शन आप ध्यान से देखे कितनी पर्फेक्ट्ली लिखी गई गई.

इसमे कीवर्ड्स हैं, और कॉंटेंट के अनुसार वर्ड्स framed हैं. और इसकी लम्बाई भी 155 -160 कॅरेक्टर्स के लभाग ही हैं इंक्लूडिंग स्पेस. सर्च इंजन के लिए जो जरुरी लम्बाई है वो 155 -160 करैक्टर यानी लेटर्स होनी चाहिए.

पोस्ट के मेटा डिस्क्रिप्शन लिखने के Effective 7 tips

मेटा डिस्क्रिप्शन की इंपॉर्टेन्स तो आप समझ ही गए होंगे. अब आप को ये जानना है की इसे कैसे लिखे. इसे लिखते वक़्त नीचे बताए गए टिप्स को फॉलो करे और आप अपने पोस्ट को सर्च इंजन मे रंक करा के ज़्यादा ट्रॅफिक ड्राइव कर सकते हैं.

1. अपने हर पोस्ट/आर्टिकल के लिए Meta Description लिखें

मेटा डिस्क्रिप्शन हर पोस्ट के लिए उतना ही ज़रूरी है जितना की ब्लॉग के लिए ब्लॉग टाइटल इंपॉर्टेंट है. जब आप कोई कॉंटेंट लिखते हैं तो खूब मेहनत कर के अच्छी length की 1000 वर्ड्स के साथ उसे पब्लिश करते हैं. इसके साथ ही कॉंटेंट से रिलेटेड मेटा टैग के रूप मे इसे भी ज़रूर ऐड कर सकते हैं.

अगर आप बिना मेटा डिस्क्रिप्शन के अपनी पोस्ट ओर आर्टिकल को पब्लिश करते हैं तो गूगल सर्च रिज़ल्ट पेज मे रंक करना मुश्किल हो जाता है. तो क्या आप जब इतनी अच्छी कॉंटेंट लिख सकते हैं तो 155 – 160 लेटर्स की चार्मिंग और eyecatching मेटा डिस्क्रिप्शन नही लिख सकते जो आपके पोस्ट मे क्लिक करने के लिए विज़िटर्स को विवश कर दे.

2. मेटा डिक्रिप्शन की लम्बाई Perfect होनी चाहिए

Beginners अक्सर समझ नही पाते की इसे लिखे तो कैसे लिखे. उसमे क्या होना चाहिए और क्या नही होना चाहिए. कितनी लंबी होनी चाहिए. सही लेंग्थ नही होने से हो सकता है सर्च इंजन आपकी मेटा डिस्क्रिप्शन का कुछ पार्ट ही शो करे. ऐसे मे आप अपने विज़िटर्स को जो बताना चाहते हैं की आपने अपने कॉंटेंट मे क्या लिखा है वो नही दिखेगा.

ये आपके पोस्ट के लिए SERP मे एक नेगेटिव साइन है. इससे विज़िटर को सही जानकारी नही मिल सकेगी की आपने अपने कॉंटेंट मे क्या डिस्क्राइब किया है.

अधिकतर समय ये होता है की  पोस्ट की टाइटल और मेटा डिस्क्रिप्शन की लेंग्थ सही होने पर रैंक मे उपर होती है. और जिन पोस्ट्स की मेटा डिस्क्रिप्शन और टाइटल टैग की लेंग्थ ज़्यादा होती है उनको SERP मे low रैंक मिलता है.

3. पोस्ट के मेटा डिस्क्रिप्शन में कीवर्ड का इस्तेमाल करें

किसी भी पोस्ट और आर्टिकल को लिखने से पहले हम कीवर्ड रिसर्च करते हैं.  पोस्ट को लोगों तक पहुँचने के लिए सर्च इंजन का इस्तेमाल करते हैं.  इसके लिए टारगेटेड कीवर्ड को अपने कॉंटेंट मे इस्तेमाल कर के पोस्ट को ऑप्टिमाइज़ करते हैं.

On Page SEO यानी की आर्टिकल लिखते वक़्त कीवर्ड्स के सही प्रयोग से आप अपनी पोस्ट को गूगल सर्च रिज़ल्ट मे फर्स्ट पेज मे अच्छी रैंक पर शो करा सकते हैं.

कीवर्ड रिसर्च कर के बेस्ट कीवर्ड्स सेलेक्ट करना और उसे पोस्ट टाइटल, कॉंटेंट और मेटा डिस्क्रिप्शन मे इस्तेमाल करना बहुत ज़रूरी है. बहुत सारे ब्लॉगर्स कॉंटेंट और टाइटल मे कीवर्ड तो इस्तेमाल करते हैं लेकिन डिस्क्रिप्शन मे कीवर्ड इंक्लूड नही करते हैं.

इस ग़लती की वजह से गूगल उस पोस्ट को ज़्यादा इंपॉर्टेन्स नही देता. और तो और इसमें भी चेंज कर देता है और कॉंटेंट के अंदर से गूगल अपने इस्छा का सेंटेन्स चूज़ कर लेता है और उसे शो कर देता है.

4. Content के बारे में बताने वाला डिस्क्रिप्शन लिखें

जब भी आप कोई आर्टिकल या पोस्ट लिखते हैं तो उसके लिए काफ़ी रिसर्च वर्क करते हैं उसके बाद 100% क्वालिटी वाला कॉंटेंट तैयार करते हैं. अगर आपने अच्छी क्वालिटी की कॉंटेंट लिख रखी है तो फिर मेटा डिस्क्रिप्शन भी उससे रिलेटेड ही ऐड करे. कभी भी आप मेटा डिस्क्रिप्शन टैग को अपने मुख्य टॉपिक से डाइवर्ट ना करे  क्यूंकि इससे आप ही को नुकसान होगा.

Bollywood मे हर वीक मूवीस रिलीस किया जाता है. लेकिन मूवीस को प्रमोट करने के लिए रिलीस होने के पहले ही ट्रेलर रिलीस किया जाता है . आजकल तो बोरिंग मूवीस के भी ट्रेलर काफ़ी अच्छे बनाए जाते हैं. बाद मे पता चलता है की मूवी बेकार है. यही काम आपको नही करना है.

आपने कॉंटेंट मे अगर क्वालिटी दी है तो फिर आपकी मेटा डिस्क्रिप्शन उस कॉंटेंट को बेहतर तरीके से प्रेज़ेंट करने लायक बनाए.  ऐसा कभी ना करे की looking london and talking tokyo. इसका मतलब है की आपने कॉंटेंट लिखा है कुछ और डिस्क्रिप्शन कुछ और.

ऐसा करने पर आपके ब्लॉग की इमेज खराब हो जाएगी. और जो विज़िटर उस  तरह के पोस्ट को ओपन करेगा और उसे चीट किया हुआ फील होगा वो दुबारा आपके ब्लॉग मे आएगा भी नही. आप अपने रीडर्स के लिए पोस्ट ओर आर्टिकल लिखते हैं तो उनकी ज़रूरत के अनुसार ही कॉंटेंट को बढ़िया क्वालिटी का बनाए और साथ ही मेटा डिस्क्रिप्शन टैग भी कॉंटेंट के रिलेटेड रखे.

5. गागर में सागर भरना की तर्ज़ पर डिस्क्रिप्शन लिखें

मैने आपको ऑलरेडी बताया है की आपका मेटा डिस्क्रिप्शन ” गागर मे सागर भरना” के रूल को फॉलो करना चाहिए.

अब यहाँ ये आपको समझना है की गागर और सागर मे कामन चीज़ क्या है? वो है पानी, मतलब की कॉंटेंट रिलेटेड डिस्क्रिप्शन का होना भी ज़रूरी है.  आपके पोस्ट के पूरे कॉंटेंट को रेप्रेज़ेंट करता है. आपको मेटा डिस्क्रिप्शन मे ये आपको मेटा टैग के रूप मे मेटा डिस्क्रिप्शन ऐसे होता है जो कॉंटेंट को संक्षिप्त करता है. ये मोविए के एक ट्रैलोर की तरह ही कम करता है. लोग मोविए कब देखने जाते हैं जब ट्रैलोर शानदार हो. अगर ट्रैलोर ही स्लो और बोरिंग हो तो लोगो अंदाज़ा लग जाता है की मोविए भी बोरिंग होगी.

6. Visitors को आकर्षित करने वाले शब्दों का इस्तेमाल करें

आप मेटा डिस्क्रिप्शन मे ऐसे वर्ड्स का इस्तेमाल करे जो बिल्कुल मॅगनेट की तरह काम करे और आपके लिए विज़िटर्स को अट्रैक्ट करे. आप जो अट्रैक्टव वर्ड्स अपने पोस्ट टाइटल मे इस्तमाल करते हैं उसी वर्ड को मेटा डिस्क्रिप्शन मे भी डाले. इससे होगा ये की गूगल को ये कन्फर्म हो जाएगा की आपका कॉंटेंट किस टॉपिक पर है.

आप सर्च इंजन के साथ साथ अपने विज़िटर्स का भी ख़याल रखे. क्यू की लोगों को अट्रैक्टव और आइ कैचिंग कॉंटेंट की ज़रूरत होती है इसलिए मेटा डिस्क्रिप्शन भी आइ कैचिंग लिखे. आप कॉंटेंट से ही रिलेटेड मैग्नेटिक वर्ड्स का प्रयोग करे जो कॉंटेंट को डिस्क्राइब करे और रीडर्स को अट्रैक्ट भी कर सके.

7. कंटेंट से किसी लाइन को लेकर डिस्क्रिप्शन न लिखें

अक्सर ब्लोग्गेर्स एक ग़लती हमेशा करते हैं की वो मेटा डिक्रिप्शन के लिए कॉंटेंट से ही कुछ लाइन्स कॉपी करते हैं और इसके बॉक्स मे पेस्ट कर देते हैं. या तो उन्हे मालूम नही है की इसे लिखने के लिए क्या करना है या फिर जानबूझ कर वो अलग से इसके लिए टाइम नही देना चाहते.

जिस तरह आप कॉंटेंट लिखने के लिए इतना टाइम देते हैं तो कुछ टाइम मेटा डिस्क्रिप्शन मे दे ही सकते हैं. अगर आप इसका इंपॉर्टेन्स नही जानते थे तो आज तो समझ ही गए होंगे की मेटा डिक्रिप्शन टैग इंपॉर्टेन्स कितनी है.

अब से आप इसका ध्यान रखे की इसे  लिखने मे भी कुछ टाइम दे. और यहाँ बताये गए टिप्स को फॉलो कर के अच्छा से अच्छा मेटा टैग लिखे.

8. सोशल मीडिया साइट्स के लिए डिस्क्रिप्शन अलग से लिख लें

आपने अपने ब्लॉग के लिए सोशल मीडीया साइट्स पर पेज तो क्रियेट कर ही रखा होगा. और उसमे अपने पोस्ट पब्लिश करने के साथ ही सोशल मीडीया पर शेयर भी करते ही होंगे. लेकिन जब शेयर करे तो उसके साथ अलग से डिस्क्रिप्शन ज़रूर ऐड करे.

अगर आपने फ़ेसबुक,ट्विटर मे पेज बनाया है तो वो गूगल मे ज़रूर इंडेक्स कर रहा होगा. आप अपने हर पोस्ट को भी इंडेक्स करा सकते हैं. इसके लिए आपको अपने हर पोस्ट को शेयर करने के साथ ही उसका डिस्क्रिप्शन भी रेडी कर ले वो भी थोड़ा अट्रैक्टव लिखे.

आगे से आप जब भी अपने पोस्ट को पब्लिश करे तो उसको फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम मे शेयर करने से पहले उसके लिए बेस्ट और अट्रैक्टव डिस्क्रिप्शन ज़रूर लिख ले. इससे आपके पोस्ट को इंडेक्स होने मे ज़्यादा टाइम नही लगेगा.

मेटा डिस्क्रिप्शन को ऑप्टिमाइज़ करें

अगर आप ब्लॉग्गिंग के लिए वर्डप्रेस का इस्तेमाल करते हैं तो फिर आपकेलिए मेटा डिस्क्रिप्शन को लिखना काफ़ी आसान हो जाएगा. Yoast SEO plugin On-Page SEO के लिए काफ़ी हेल्पफुल प्लगइन है. इसमे अलग से इसके अंदर मे आपको डिस्क्रिप्शन  बॉक्स भी मिलता है. जिसमे कम या ज़्यादा लेंग्थ होने पर भी ये प्लगइन आपको शो करेगा और पर्फेक्ट टैग लिखने मे काफ़ी हेल्पफुल होगा.

 

meta description

ये प्लगइनआपको सर्च रैंकिंग बूस्ट करने मे बहुत फायदा पहुँचाता है. इसके सही इस्तेमाल से आप अपने लिए हर पोस्ट को पर्फेक्ट्ली ऑप्टिमाइज़ कर सकते हैं.

Yoast SEO प्लगइन बहुत सारे फीचर्स फ्री मे प्रवाइड करते हैं. इसके सही इम्प्लीमेंटेशन से आप अपने ब्लॉग के आर्टिकल को SERP मे हमेशा फर्स्ट पेज पर रैंक करा सकते हैं.

संक्षेप में

आज के पोस्ट में आपने जाना की मेटा डिस्क्रिप्शन क्या है (What is meta description in Hindi). इसके अलावा एक बेहतरीन और विजिटर को आकर्षित करे इसके लिए 8 महत्वपूर्ण टिप्स भी बताई . इसे फॉलो कर के आप सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के एक महत्वपूर्ण टॉपिक को समझ  गए होंगे और खुद के पोस्ट में इसका इस्तेमाल करने लगेंगे. साथ ही ये भी समझ गए होंगे की एक अच्छे और eyecatching डिस्क्रिप्शन कैसे लिखा जाता है और इसका क्या महत्व है.

अगर आप बताए गए मेटा डिस्क्रिप्शन के 8 एफेक्टिव टिप्स को फॉलो करते हैं तो अपने पोस्ट के लिए बेस्ट और अट्रैक्टव मेटा डिस्क्रिप्शनलिख सकते हैं. पोस्ट हेल्पफुल लगी हो तो इसे अपने फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर शेयर करे.